भारत के 10 प्रसिद्ध और शानदार चर्च, जिन्हें अवश्य देखना चाहिए

भारत के 10 प्रसिद्ध और शानदार चर्च

भारत पर लंबे समय तक ब्रिटिश, फ्रेंच, डच और पुर्तगाली शासन का प्रभाव रहा है, जिसके परिणामस्वरूप देश के विभिन्न हिस्सों में कई चर्चों का निर्माण हुआ। यदि आपको लगता है कि सभी चर्च एक जैसे होते हैं, तो आपको भारत के इन ऐतिहासिक और प्रसिद्ध चर्चों को जरूर देखना चाहिए। इनमें से कई चर्च औपनिवेशिक युग के दौरान बने थे और आज भी अपनी भव्यता के लिए मशहूर हैं। इन चर्चों की वास्तुकला विभिन्न सांस्कृतिक प्रभावों की समृद्धि को दर्शाती है और यह भी दिखाती है कि इन्हें कितने अच्छे तरीके से संरक्षित किया गया है। आइए, भारत के कुछ प्रसिद्ध चर्चों पर नजर डालें, जिन्हें हर किसी को जरूर देखना चाहिए।

Table of Contents

भारत के 10 बेहतरीन चर्च, जिन्हें जीवन में एक बार जरूर देखना चाहिए (तस्वीरों सहित):

भारत के 10 बेहतरीन चर्चों की इस सूची में उनके अद्वितीय वास्तुशिल्प, ऐतिहासिक महत्व और सांस्कृतिक खूबसूरती को जानें। गोवा के सेंट फ्रांसिस चर्च से लेकर कोलकाता के सेंट पॉल्स कैथेड्रल तक, हर चर्च अपनी अद्भुत कहानी कहता है। तस्वीरों सहित यह गाइड आपके लिए एक यादगार अनुभव होगा!

S.No.Churches Name List Cities
1.सेंट पॉल कैथेड्रलकोलकाता
2.क्राइस्ट चर्चशिमला
3.सेंट जॉन इन द वाइल्डरनेस चर्चधर्मशाला
4.बेसिलिका ऑफ बोम जीससगोवा
5.ऑल सेंट्स चर्चकुन्नूर
6.सेंट एंड्रयू बेसिलिकाआर्थुंकल (अलेप्पी)
7.सांता क्रूज़ बेसिलिकाकोच्चि
8.इमैक्युलेट कॉन्सेप्शन कैथेड्रलपांडिचेरी
9.वेलंकन्नी चर्चवेलंकन्नी
10.बेसिलिका ऑफ़ आवर लेडी ऑफ़ डोलर्सत्रिशूर

1. सेंट पॉल कैथेड्रल, कोलकाता : भारत में सबसे प्रसिद्ध चर्च

सेंट पॉल कैथेड्रल, कोलकाता

सेंट पॉल कैथेड्रल एशिया का पहला एपिस्कोपेलियन चर्च है, जो कोलकाता के केंद्र में स्थित है। अंग्रेजों द्वारा इंडो-गोथिक शैली में निर्मित इस चर्च की वास्तुकला अद्भुत है। क्रिसमस के दौरान इसकी भव्यता और भी बढ़ जाती है, जब इसे विशेष रूप से सजाया जाता है। इस समय न केवल ईसाई समुदाय, बल्कि अन्य धर्मों के लोग भी इसे देखने आते हैं। यह चर्च भारत के सबसे पुराने और ऐतिहासिक चर्चों में से एक है, जो आज भी अपनी सुंदरता और सांस्कृतिक महत्व के कारण पर्यटकों को आकर्षित करता है।

स्थान:

सेंट पॉल कैथेड्रल, कोलकाता

पता:

1, हेदवाबेरिया रोड, कालीघाट, कोलकाता, पश्चिम बंगाल 700027, भारत

यात्रा के लिए सर्वोत्तम समय:

अक्टूबर से फरवरी

खुलने का समय:

  • सोमवार से शनिवार: सुबह 9:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे और दोपहर 3:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक
  • रविवार: सुबह 7:30 बजे से शाम 6:00 बजे तक

2. शिमला क्राइस्ट चर्च: सबसे शक्तिशाली चर्च

क्राइस्ट चर्च Shimla

शिमला की प्राकृतिक सुंदरता किसी को भी मंत्रमुग्ध कर सकती है, खासकर सर्दियों में जब यह हिल स्टेशन क्रिसमस के समय और भी आकर्षक हो जाता है। यदि आप क्रिसमस की पूर्व संध्या पर बर्फबारी का आनंद लेना चाहते हैं, तो शिमला का क्राइस्ट चर्च एक आदर्श स्थान है। यह उत्तरी भारत का दूसरा सबसे पुराना चर्च है और इसके निर्माण में 11 वर्ष लगे। नव-गॉथिक शैली में निर्मित इस चर्च की भव्य वास्तुकला पर्यटकों को बेहद आकर्षित करती है। सर्दियों में बर्फ की चादर से ढका यह चर्च और भी अद्भुत दिखाई देता है, जिसे देखने के लिए देशभर से पर्यटक आते हैं।

स्थान:

क्राइस्ट चर्च, शिमला

पता:

The Ridge, Shimla, Himachal Pradesh 171001, India

यात्रा के लिए सर्वोत्तम समय:

दिसंबर से जनवरी

खुलने का समय:

सुबह 8:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक

और पढ़ें: भारत के शीर्ष 10 पर्यटन स्थल | भारत की अनोखी यात्रा गाइड

3. सेंट जॉन इन द वाइल्डरनेस चर्च, धर्मशाला

सेंट जॉन इन द वाइल्डरनेस चर्च, धर्मशाला

1852 में निर्मित यह चर्च अपनी विशिष्टता के लिए प्रसिद्ध है और जॉन द बैपटिस्ट को समर्पित है। देवदार के घने जंगलों के बीच स्थित इस चर्च का वातावरण बेहद शांत और आकर्षक है। इसकी बेल्जियन रंगीन कांच की खिड़कियां इसे खास बनाती हैं और इसकी खूबसूरती को बढ़ाती हैं। इसी अनूठी वास्तुकला के कारण यह उत्तर भारत के सबसे लोकप्रिय चर्चों में से एक है, जिसे देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक आते हैं।

स्थान:

सेंट जॉन इन द वाइल्डरनेस चर्च, धर्मशाला

पता:

Village, Dharamshala, Himachal Pradesh 176215, India

यात्रा के लिए सर्वोत्तम समय:

अक्टूबर से मार्च

खुलने का समय:

  • सोमवार से शनिवार: सुबह 7:00 बजे से शाम 6:30 बजे तक
  • रविवार: सुबह 9:00 बजे से शाम 6:30 बजे तक

4. बेसिलिका ऑफ बोम जीसस, गोवा: भारत में पहला चर्च

बेसिलिका ऑफ बोम जीसस, गोवा

गोवा में स्थित बेसिलिका ऑफ बॉम जीसस का निर्माण 1594 में शुरू हुआ था और 1605 में पूरा हुआ। यह चर्च लगभग 400 साल पुराना है और अपनी बारोक वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। इसकी भव्यता और ऐतिहासिक महत्व के कारण इसे यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दी है।

बेसिलिका ऑफ बॉम जीसस आज भी अपने पुराने आकर्षण को बरकरार रखे हुए है। इसके भीतर की नक्काशी, कलात्मक डिजाइन और ऐतिहासिक महत्व पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। इस चर्च की अद्भुत संरचना और धार्मिक महत्व के कारण यह देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण है।

स्थान:

बेसिलिका ऑफ बॉम जीसस, गोवा

पता:

Old Goa, Goa 403402, India

यात्रा के लिए सर्वोत्तम समय:

नवंबर से फरवरी

खुलने का समय:

  • सोमवार से शनिवार: सुबह 9:00 बजे से शाम 6:30 बजे तक
  • रविवार: सुबह 10:30 बजे से शाम 6:30 बजे तक

5. ऑल सेंट्स चर्च, कुन्नूर: भारत का सबसे सुन्दर चर्च

ऑल सेंट्स चर्च, कुन्नूर

कुन्नूर में स्थित ऑल सेंट्स चर्च का निर्माण 1854 में हुआ था और यह एक एंग्लिकन चर्च है, जिसे अपनी सुंदर लकड़ी की आंतरिक संरचना के लिए जाना जाता है। इस चर्च की रंगीन कांच की खिड़कियां ब्रिटिश औपनिवेशिक युग की यादें ताजगी से ताजा करती हैं। चर्च की इमारत में एक विशाल गुंबद जैसी संरचना है, जो इसे और भी आकर्षक बनाती है। यह चर्च देवदार के घने पेड़ों से घिरा हुआ है, जो इसके शांतिपूर्ण वातावरण को और बढ़ाते हैं।

यहां आमतौर पर बहुत अधिक भीड़ नहीं होती, जिससे पर्यटक यहाँ के शांतिपूर्ण माहौल का पूरी तरह अनुभव कर सकते हैं। ऑल सेंट्स चर्च में शांति और स्थिरता का अहसास होता है, जो किसी भी थकावट के बाद आपको मानसिक शांति प्रदान करता है। इस चर्च का सौंदर्य और शांति इसे एक आदर्श स्थान बनाता है, जहाँ लोग विश्राम और ध्यान के लिए आते हैं।

स्थान:

ऑल सेंट्स चर्च, कुन्नूर

पता:

Church Road, Nilgiris District, Ooty, Tamil Nadu 643103, India

यात्रा के लिए सर्वोत्तम समय:

नवंबर से फरवरी

खुलने का समय:

सुबह 9:30 बजे से शाम 5:00 बजे तक

6. सेंट एंड्रयू बेसिलिका अर्थुनकल, अलेप्पी

सेंट एंड्रयू बेसिलिका, आर्थुंकल, दक्षिण भारत के प्रसिद्ध चर्चों में से एक है और यह दुनिया में सेंट सेबेस्टियन का सबसे बड़ा मंदिर है। इसका निर्माण 16वीं शताब्दी में पुर्तगाली मिशनरियों द्वारा किया गया था। चर्च की वास्तुकला प्राचीन शैली में है, जो पुर्तगाली काल की कला और संस्कृति को दर्शाती है। इसके अंदरूनी हिस्से में खूबसूरत लकड़ी का काम किया गया है, जो इसके सौंदर्य को और बढ़ाता है। यह चर्च न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि इसकी वास्तुकला और सजावट भी पर्यटकों को आकर्षित करती है।

स्थान:

सेंट एंड्रयू बेसिलिका, आर्थुंकल

पता:

Arthunkal, Alappuzha, Kerala 688530, India

यात्रा के लिए सर्वोत्तम समय:

नवंबर से मार्च

खुलने का समय:

सुबह 5:30 बजे से शाम 6:30 बजे तक

7. सांता क्रूज़ बेसिलिका, कोच्चि

सांता क्रूज़ बेसिलिका, कोच्चि

अगर आप भारत के सबसे खूबसूरत ईसाई धार्मिक स्थलों में से एक की यात्रा करना चाहते हैं, तो कोच्चि में स्थित सांता क्रूज़ बेसिलिका आपके लिए एक आदर्श गंतव्य है। यह चर्च पुर्तगालियों द्वारा निर्मित दूसरा गिरजाघर है और अपनी अद्वितीय वास्तुकला तथा ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। यहां भव्य स्तंभों के साथ भित्तिचित्र हैं, जो इसकी कला और संस्कृति का अहम हिस्सा हैं।

चर्च की सुंदरता को और बढ़ाने के लिए सात विशाल कैनवास पेंटिंग और रंगीन कांच की खिड़कियाँ हैं, जो इसके आंतरिक सौंदर्य को अद्भुत बनाती हैं। इसके अलावा, यहां क्राइस्ट के वाया क्रूसिस की चित्रित छवियाँ भी देखी जा सकती हैं, जो धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं।

यह चर्च धार्मिक महत्व के साथ-साथ अपनी वास्तुकला और सजावट के कारण पर्यटकों को भी आकर्षित करता है। यदि आप धार्मिक इतिहास और कला में रुचि रखते हैं, तो सांता क्रूज़ बेसिलिका एक अवश्य देखने योग्य स्थल है।

स्थान:

सांता क्रूज़ बेसिलिका, कोच्चि

पता:

Santa Cruz Basilica, Fort Kochi, Kochi, Kerala 682001, India

यात्रा के लिए सर्वोत्तम समय:

अक्टूबर से फरवरी

खुलने का समय:

  • सुबह 9:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक
  • दोपहर 3:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक

8. इमैक्युलेट कॉन्सेप्शन कैथेड्रल, पांडिचेरी

इमैक्युलेट कॉन्सेप्शन कैथेड्रल, पांडिचेरी

1686 में स्थापित, पांडिचेरी का इमैकुलेट कॉन्सेप्शन कैथेड्रल भारत के प्रमुख पर्यटक आकर्षणों में से एक है। यह चर्च सेंट पीटर्स को समर्पित है और शुरुआत में एक छोटा चैपल हुआ करता था। ब्रिटिश आक्रमण के दौरान, यह चर्च एकमात्र संरचना थी जो पूरी तरह से बची रही। अपनी ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के कारण, यह चर्च आज भी पर्यटकों और श्रद्धालुओं का ध्यान आकर्षित करता है। इसकी वास्तुकला और धार्मिक आस्थाएँ इसे पांडिचेरी का एक महत्वपूर्ण स्थल बनाती हैं।

स्थान:

इमैकुलेट कॉन्सेप्शन कैथेड्रल, पांडिचेरी

पता:

20, Dumas St, White Town, Puducherry, 605001, India

यात्रा के लिए सर्वोत्तम समय:

नवंबर से फरवरी

खुलने का समय:

  • सोमवार से शनिवार: सुबह 5:15 बजे से 6:15 बजे तक
  • रविवार: शाम 5:00 बजे तक

9. वेलंकन्नी चर्च, वेलंकन्नी

वेलंकन्नी चर्च, वेलंकन्नी

तमिलनाडु के वेलंकन्नी स्थित वेलंकन्नी चर्च को देखना सचमुच एक अविस्मरणीय अनुभव है। बंगाल की खाड़ी के किनारे बसे इस शहर को पोप द्वारा पवित्र घोषित किया गया है, जो इसे धार्मिक दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण बनाता है। यह चर्च न केवल धार्मिक आस्थाओं का केंद्र है, बल्कि अपनी वास्तुकला और सुंदरता के कारण भी प्रसिद्ध है। दुनिया भर से श्रद्धालु और पर्यटक इस चर्च की भव्यता को देखने के लिए यहाँ आते हैं।

अगर आपको कभी वेलंकन्नी जाने का अवसर मिले, तो इस चर्च को देखना न भूलें। यह न सिर्फ एक धार्मिक स्थल है, बल्कि एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर भी है, जो अपनी शांति और आकर्षण से हर किसी को मंत्रमुग्ध कर देती है।

स्थान:

वेलंकन्नी चर्च, वेलंकन्नी, तमिलनाडु

पता: 

Our Lady’s Shrine, Vailankanni, Tamil Nadu 611111, India

यात्रा के लिए सर्वोत्तम समय:

दिसंबर से फरवरी

खुलने का समय:

सुबह 5:00 बजे से रात 9:00 बजे तक

10. बेसिलिका ऑफ आवर लेडी ऑफ डोलर्स, त्रिशूर

बेसिलिका ऑफ आवर लेडी ऑफ डोलर्स, त्रिशूर

अगर आप दक्षिण भारत में प्रसिद्ध चर्चों की तलाश कर रहे हैं, तो त्रिशूर में स्थित बेसिलिका ऑफ़ अवर लेडी ऑफ़ डोलोरेस जरूर जाएं। 1875 में स्थापित यह चर्च अपनी भव्यता और अद्वितीय वास्तुकला के लिए जाना जाता है। चर्च की दीवारों और छतों पर बने भित्तिचित्र निश्चित रूप से आपको प्रभावित करेंगे, जो इसके ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को दर्शाते हैं।

यह चर्च 140 फीट लंबी मीनार के साथ खड़ा है, जो शहर के किसी भी कोने से नजर आती है। इसकी ऊंचाई और सुंदरता इसे एक प्रमुख आकर्षण बनाती है। यह धार्मिक स्थल न केवल श्रद्धालुओं के लिए, बल्कि वास्तुकला प्रेमियों के लिए भी आकर्षण का केंद्र है। अगर आप त्रिशूर में हैं, तो इस भव्य चर्च की यात्रा करना न भूलें।

स्थान:

बेसिलिका ऑफ़ अवर लेडी ऑफ़ डोलोरेस, त्रिशूर, केरल


पता:

Basilica of Our Lady of Dolours, East Fort, Thrissur, Kerala 680005, India

यात्रा के लिए सर्वोत्तम समय:

नवंबर से मार्च

खुलने का समय:

  • सोमवार, मंगलवार, बुधवार, गुरुवार, शनिवार: सुबह 6:00 बजे, सुबह 7:30 बजे, और शाम 5:30 बजे
  • शुक्रवार: सुबह 6:00 बजे, सुबह 7:30 बजे, सुबह 10:00 बजे, शाम 5:30 बजे, और शाम 7:30 बजे
  • रविवार: सुबह 6:00 बजे, सुबह 7:30 बजे, सुबह 9:30 बजे, शाम 4:45 बजे, शाम 6:00 बजे (अंग्रेजी) और शाम 7:30 बजे

अन्य सूचना: Top Ten Updates

निष्कर्ष: भारत के 10 प्रसिद्ध और शानदार चर्च

अगर आप देश के विभिन्न खूबसूरत चर्चों की यात्रा के लिए उत्साहित हैं, तो रेव द्वारा सेल्फ-ड्राइव कार किराए पर लेकर अपनी यात्रा को और भी सुविधाजनक बना सकते हैं। अपनी कार के साथ आप अपनी यात्रा को अपनी सुविधा और समय के अनुसार योजना बना सकते हैं। भारत के कई चर्चों के ऐतिहासिक आकर्षण को देखने के लिए रेव वेबसाइट के माध्यम से या Google Play Store और iOS ऐप स्टोर से रेव ऐप डाउनलोड करके, आप आसानी से कार किराए पर बुक कर सकते हैं।

Q.1 यह सेंट पॉल कैथेड्रल चर्च भारत में क्यों प्रसिद्ध है?

यह एशिया का पहला एपिस्कोपेलियन चर्च है, जिसे इंडो-गोथिक शैली में निर्मित किया गया है। क्रिसमस के समय इसकी सजावट इसे और भी आकर्षक बनाती है।

Q.2 क्राइस्ट चर्च की मुख्य विशेषता क्या है?

यह उत्तरी भारत का दूसरा सबसे पुराना चर्च है, जिसे नव-गॉथिक शैली में बनाया गया है। सर्दियों में बर्फ से ढका यह चर्च बेहद सुंदर दिखाई देता है।

Q.3 इस चर्च का नाम “वाइल्डरनेस” क्यों है?

यह चर्च देवदार के घने जंगलों के बीच स्थित है, और इसकी बेल्जियन कांच की खिड़कियां इसकी विशिष्टता को दर्शाती हैं।

Q.4 इसे यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल क्यों घोषित किया गया है?

यह चर्च सेंट फ्रांसिस जेवियर के अवशेषों को संजोए हुए है और अपनी बारोक शैली की वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है।

Q.5 ऑल सेंट्स चर्च क्यों अनोखा है?

इसकी आंतरिक लकड़ी की संरचना और रंगीन कांच की खिड़कियां ब्रिटिश औपनिवेशिक युग की वास्तुकला को दर्शाती हैं।

Q.6 सांता क्रूज़ बेसिलिका चर्च की आंतरिक सजावट में क्या खास है?

इसमें सात विशाल कैनवास पेंटिंग और क्राइस्ट के वाया क्रूसिस की चित्रित छवियां हैं, जो इसे अद्वितीय बनाती हैं।

Q.7 सेंट एंड्रयू बेसिलिका चर्च किसके लिए प्रसिद्ध है?

यह दुनिया का सबसे बड़ा सेंट सेबेस्टियन का मंदिर है और पुर्तगाली मिशनरियों द्वारा 16वीं शताब्दी में बनाया गया था।

Q.8 इमैक्युलेट कॉन्सेप्शन कैथेड्रल चर्च का ऐतिहासिक महत्व क्या है?

यह 1686 में स्थापित किया गया था और ब्रिटिश आक्रमण के दौरान बची एकमात्र संरचना थी।

Q.9 वेलंकन्नी चर्च किसके लिए जाना जाता है?

इसे पोप द्वारा “पवित्र स्थान” घोषित किया गया है। यह बंगाल की खाड़ी के पास स्थित है और वास्तुकला के साथ-साथ धार्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।

Q.10 बेसिलिका ऑफ आवर लेडी ऑफ डोलोर्स चर्च की सबसे अनोखी विशेषता क्या है?

इसकी 140 फीट ऊंची मीनार और भित्तिचित्र इसकी भव्यता को दर्शाते हैं, जो पर्यटकों को आकर्षित करती है।

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